किसी के साथ होने के अहसास से ही मन खुश रहता है
पर क्या पूरी ज़िन्दगी इसी अहसास में बिताई जा सकती है
साथ हो पर पास नहीं
पर क्या पूरी ज़िन्दगी इसी अहसास में बिताई जा सकती है
साथ हो पर पास नहीं
इरा टाक लेखक, फिल्मकार, चित्रकार हैं. वर्तमान में वो मुंबई में रह कर अपनी क्रिएटिव तलाश में लगी हुई हैं . ये ब्लॉग उनकी दुनिया की एक खिड़की भर है.
No comments:
Post a Comment