Sunday 31 March 2013

न मैं तुमको समझ पायी न तुम मुझको समझ पाए
फिर भी मुहब्बत ठहरी है दरमियाँ अजब इतेफ़ाक़ है....इरा टाक 

Thursday 28 March 2013

साथ होने से उसके मुकम्मल हुआ मेरा जहां 

Wednesday 27 March 2013

नहीं होना है मुझे मुहब्बत में तेरा खुदा
तेरे साथ आम सी ज़िन्दगी बिताने का मन है ...इरा टाक (c )

Saturday 23 March 2013

आज मैं खुद से कुछ नाराज सा क्यों हूँ
उस अजनबी की याद में बीमार सा क्यों हूँ ..इरा टाक 

Friday 22 March 2013

बारिश की बूँदें यूँ  ठहर गयी थी ..जैसे मेरी आँखों में इंतज़ार तेरा 
ऐसा नहीं है कि जी नहीं सकते तेरे बिना
कोशिश ही नहीं की कभी तुझे भुलाने की
अब जो जिद पर आ गएँ है तो देख तू भी
मासूम दिल भी कैसे पत्थर हो जाते हैं ..इरा टाक 

Thursday 21 March 2013

जिसकी मुहब्बत में मैंने छोड़ी दुनिया
वो किसी और की यादो में गुम है
अब जब वो तड़पेगा याद में मेरी
तभी उसे ज़िन्दगी में शामिल करुँगी 

Wednesday 20 March 2013

किसी का खालीपन भरते भरते यदि आप  खुद खाली होने लगे तो बेहतर होगा आप  खुद की ज़िन्दगी बचाए

Tuesday 19 March 2013

कोई कह दे उससे उदासी इतनी अच्छी  नहीं
उसकी तो आदत है असर हम पर करती है ..इरा टाक (c )

Thursday 14 March 2013

कभी कभी यूँ ही ओढ़ लेती हूँ उदासी हवा में कुछ नमी सी है ...इरा टाक 

Tuesday 12 March 2013

उनके सुधरने की उम्मीद पर जी रहे हैं एक एक दिन
और वो ऐसे सितमगर हैं कि रोज़ कल पर टाल देते हैं ..इरा टाक 

Friday 8 March 2013

जो ख़ुशी आ जाये वजह से तुम्हारी ,किसी के होठों पर ...समझो कि ख़ुदा ने तुम्हे दुआ दी है।।इरा टाक (अनछुआ खवाब से )

Wednesday 6 March 2013

जिस ने जीवन में एक बार भी बुरे वक़्त में आपका साथ दिया है।उसके हमेशा कृतज्ञ  रहिये ...और जितना हो सके दूसरों की मदद करके इस अच्छाई  का विस्तार कीजिये 

Monday 4 March 2013

मुहब्बत उसकी एक वहम है
वहम में जीना सुकून देता है।।   इरा   
आने वाले काव्य संग्रह से….
जीवन का केंद्र बन गए हो
आस पास खुशिओ का डेरा है
वही आग जल कर अक्सर बैठ जाती हूँ
और बेखयाली में गुनगुनाती हूँ
जैसे हर गीत मेरे लिए ही लिखा हुआ हो
जादू के असर में हूँ
लगता है दुनिया मेरी है
और मेरी ही हुकूमत
मेरे प्रिय ..इरा टाक 

Sunday 3 March 2013

भीड़ के साथ होने से अच्छा।।। कुछ चुनिन्दा लेकिन सच्चे लोग साथ हों।।ET 
Famous Poetry Johny Johny Yes PAPA का हिंदी अनुवाद….
छोरे  छोरे
हाँ बापू
चीनी खायी ?
न बापू
झूठ  बोलिया
न बापू
मुंह खोल अपना
ले बापू
ले ले टी ली ली ली ....इरा टाक 

Saturday 2 March 2013

मेरी किताब अनछुआ ख्वाब से….
ऐसे ही दिल में लहर सी उठती है
इश्क में शब् भी सहर सी लगती है
असर मुहब्बत का है या इबादत का मेरी
खाली  ज़िन्दगी अब भरी भरी सी लगती है 
कहाँ कहाँ से अलग करूँ
मेरे वजूद में तू शामिल है ..इरा टाक 

Friday 1 March 2013

ऐसे बस गया है मेरी आँखों में वो अजनबी
हर मूरत,हर सूरत में वो नज़र आया .....इरा टाक 
अनछुआ ख्व़ाब

एक अनदेखा अनछुआ सा ख्वाब है तू
 हर लम्हे में शामिल एक अहसास है तू
तुझे पाने की तमन्ना ऐसी है मुझको \
जैसे तपती ज़मी पर कोई सैलाब है तू

कोशिशें की बहुत निगाहें फेरने की
पर आँखों में सूरत कोई आती नहीं
सोचूं न कैसे बारे में तेरे
हर धड़कन के पहले और बाद है तू

बेरुखी भी अब तेरी लगती है अच्छी
खुश रहे वहां,जहाँ आबाद है तू
तेरी मौजूदगी की अब नहीं चाहत
मेरी यादो के पन्नो में बेहिसाब है तू

इरा टाक (अनछुआ ख्वाब से  )

Even A Child Knows -A film by Era Tak