अपनी दोस्त और दीदी वंदना को देख के एक आया एक ख्याल
आज मुझे एक लड़की मिली
खुद पर इतराती
खुद ही बलखाती
बहुत साधारण पर खुद पर मुग्ध
खूब हँसती हुई
खुद को प्यार करती हुई
फ़र्ज़ सारे निभाती हुई
फिर भी दुनिया से अलग अलग
काश मुझ में भी ये हुनर आ जाये
खुद भी अपनी फ़िक्र आ जाये .. इरा टाक
आज मुझे एक लड़की मिली
खुद पर इतराती
खुद ही बलखाती
बहुत साधारण पर खुद पर मुग्ध
खूब हँसती हुई
खुद को प्यार करती हुई
फ़र्ज़ सारे निभाती हुई
फिर भी दुनिया से अलग अलग
काश मुझ में भी ये हुनर आ जाये
खुद भी अपनी फ़िक्र आ जाये .. इरा टाक
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